“चर्चा में हैं जिनके पिया” स्तम्भ श्रीमती निर्मल मिल्खा सिंह से साक्षात्कार

29 साल पूर्व 1992 में  मनोरमा  अगस्त द्वितीय अंक में “चर्चा  में हैं जिनके   पिया”  स्तम्भ  के अंतर्गत श्रीमती  मिल्खा सिंह ( निर्मल) से  बात चीत  हुई थी, आज न निर्मल जी  इस दुनिया…

Read More